रुद्रप्रयाग: मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में जन संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया

मुख्य विकास अधिकारी डॉ जी.एस. खाती की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में जन संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों से संबंधित 17 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें से 07 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया तथा शेष समस्याओं के निराकरण हेतु संबंधित विभागों को प्रेषित किया गया।
जनता मिलन/जन संवाद कार्यक्रम में पूर्व प्रधान जसोली महावीर सिंह चौधरी ने बताया कि कोट-तल्ला नहर जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गई है, जिसके चलते नहर से जुड़े हुए गांवों में सिंचाई की समस्या उत्पन्न हो गई है, जिससे काश्तकारों का नुकसान हो रहा है। उन्होंने क्षतिग्रस्त नहर को ठीक करने की मांग रखी। ग्राम सौन्दा के प्रशासक राकेश प्रसाद नौटियाल ने बताया कि सौन्दा गांव में भूस्खलन होने से पांच से छः परिवारों के खेत क्षतिग्रस्त हो गये हैं, उन्होंने संबंधित विभाग से समस्या का हल किये जाने की मांग उठायी है। उनियाणा गांव के महावीर सिंह पंवार ने शिकायत दर्ज कराई कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय उनियाणा के प्रधानाध्यापक सेवानिवृत्ति हो गये हैं, जिसके चलते विद्यालय के पठ्न-पाठन की जिम्मेदारी एक शिक्षक पर आ गई है, उन्होंने वहां एक अन्य शिक्षक की नियुक्ति की मांग उठाई है। दरमोला निवासी पुष्कर सिंह ने अपने घर के ऊपर बिजली की तारों से हो रहे खतरे के संबंध में विद्युत विभाग से तारों को शिफ्ट करने की मांग उठाई है। इसके अलावा अन्य लोगों ने भी सड़क, बिजली, पानी आदि से संबंधित समस्याओं को जन संवाद कार्यक्रम में दर्ज करवाया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि जन संवाद कार्यक्रम में दर्ज शिकायतों और समस्याओं का निराकरण त्वरित गति से करना सुनिश्चित किया जाए। इसमें किसी भी दशा में कोई विलंब न हो। उन्होंने कई आवेदन पत्रों पर संबंधित विभागीय अधिकारियों व उपजिलाधिकारियों को स्थलीय निरीक्षण कर आख्या जल्द से जल्द दिए जाने के आदेश दिए। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि शिकायतों के निराकरण की जानकारी जिला कार्यालय एवं संबंधित शिकायतकर्ता को अनिवार्य रूप से अवगत कराई जाए।
मुख्य विकास अधिकारी ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज समस्याओं की भी समीक्षा की। उन्होंने समीक्षा के दौरान पाया कि एल-1 स्तर पर कुल 149, जबकि एल-2 स्तर पर 27 समस्याएँ निस्तारण हेतु लंबित हैं। उन्होंने इन्हें त्वरित निस्तारित करने के निर्देश दिए और सभी अधिकारियों को सचेत किया कि इसमें किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही न बरती जाए।
इस दौरान प्रभागीय वनाधिकारी कल्याणी, अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा, उपजिलाधिकारी जखोली भगत सिंह फोनिया, उपजिलाधिकारी रुद्रप्रयाग आशीष घिल्ड़ियाल, परियोजना निदेशक विमल कुमार, जिला विकास अधिकारी अनीता पंवार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राम प्रकाश, जिला सूचना अधिकारी वीरेश्वर तोमर तथा प्रभारी शिकायत प्रकोष्ठ विनोद कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।