टिहरी: सहायक विकास अधिकारी/ग्राम विकास अधिकारियों के क्षमता विकास को लेकर एक दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया

विकास भवन सभागार नई टिहरी आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने सभी उपस्थितों से कहा कि ग्राम पचायतों में जो भी कार्य किये जायें वह आमजनता के लिए उपयोगी सिद्ध हो तथा अधिक से अधिक पात्र लाभर्थियों को योजनाओं का उचित लाभ दिया जाए। जिलाधिकारी ने ग्राम विकास अधिकारियों को उनके द्वारा किये जाने वाले महत्वपूर्ण बिन्दुओं से अवगत कराते हुए उनके कार्य/दायित्वो, ग्राम विकास योजना (जीपीडीपी), वेस्ट मैनेजमेंट, क्षेत्रों में किये जा रहे कार्यों को लेकर जानकारी ली। कचरा प्रबन्धन को गभीरता से लेते हुए वाट्स एप ग्रुप बनाकर पंचायत सेक्रेटरी एवं प्रधानो से सम्पर्क कर कूड़ा निस्तारण वाहन का रोस्टर साझा करने तथा गांवों को स्वच्छ रखने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने को कहा गया। जिलाधिकारी ने कहा कि ग्राम विकास अधिकारियों का कार्य सीधे जनता से जुड़ा होता है और अधिकारियों को कई बार अपने कार्यों से हटकर सामाजिक कार्य भी करने होते हैं। अधिकारी रोस्टरवाइज प्रत्येक क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज करें। इस दौरान जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों से उनके कार्यों को लेकर सवाल जवाब किया तथा उनकी समस्याओं को सुना।

कार्याशाला में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अभिषेक त्रिपाठी ने कहा कि जिलाधिकारी महोदय के मार्गदर्शन में जनपद के सर्वांगीण विकास हेतु समस्त सहायक विकास अधिकारी/ग्राम विकास अधिकारियों को गावों में अपनी क्षमता के अनुरूप विकासोन्मुखी व नवाचार सम्बन्धी कार्य कर ग्राम पचायतों को सुदृढ बनाने की ओर अग्रसर करें, जिससे गांव के लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान किए जा सके। इस मौके पर जिला विकास अधिकारी मो. असलम ने ग्राम पंचायतों में मनरेगा कन्वर्जन में किये जाने वाले कार्यों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए बताया कि किस प्रकार से आप महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत ग्राम के अकुशल श्रमिकों को रोजगार दिला सकते है तथा बताया कि महात्मा गांधी नरेगा योजना किस प्रकार से विश्व की सबसे बड़ी रोजगार देने वाली योजना है।

बैठक में डीपीआरओ एम.एम. खान, समस्त खण्ड विकास अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।